उत्तम कुमार तिवारी 'उत्तम'
 ग़ज़ल

ग़ज़ल

कयामत मे भी मेरी निशानी होगी ग़ज़लो मे मेरी एक कहानी होगी ।। भले ही कोई भुला दे हमे  पत्थरो मे भी मेरी निशानी होगी ।। खिल…

सूखी डाली की व्यथा

सूखी डाली की व्यथा

. तुम टूट के पत्ते से बिखर गये  मै टूटी सुखी डाली सी । पानी बरसा धूप लगी  मै हो गई मिट्टी काली सी ।। तुम हवा मे उड़ते जा…

परवरिश

परवरिश

जगदेव प्रसाद एक सच्चे सीधे साधे इंसान थे । उनकी पत्नी जानकी देवी भी एक कर्तव्यनिष्ठ और परम साध्वी स्त्री थी । जगदेव प्र…

ऐसी भीषण गर्मी पड़ी

ऐसी भीषण गर्मी पड़ी

ताल तलैया सूख गये धरती प्यास से तड़फ उठी जंगल के पेड़ सूख कर गिर गये दावा नल की आग लगी ।। ऐसी भीषण गर्मी पड़ी ।। पश…

तेरा इंतज़ार

तेरा इंतज़ार

रमेश और राधिका दोनो एक ही स्कूल मे बचपन से पढते थे । दोनो का साथ साथ स्कूल मे दाखिला हुआ था । इधर रमेश के पिता रमेश का …

जिंदगी कहाँ गई

जिंदगी कहाँ गई

जिंदगी वही की वही रह गई जहा से शुरु वही ख़तम हो गई सुबह से अब धीरे धीरे शाम हो गई रात बीती और अब सुबह हो गई ।। जिन्…

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