
डॉ० पल्लवी सिंह 'अनुमेहा'
अनुरागी प्रेम
अनुराग तो कर लिया तुमने, अपने पूरे राग से, लेकिन क्या संभाल सके तुम, …
अनुराग तो कर लिया तुमने, अपने पूरे राग से, लेकिन क्या संभाल सके तुम, …
यह विश्वास का जो राग है न- वह समागम के लिए नहीं होता, नही होता है- प्रतिपल …