अरुणिता के फ्लिपबुक संस्करण
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जयति जयति जय माँ भारती। कोटि नमन शत बार आरती।। सूरज करता अभिनन्दन, नित्य लाल लगाकर चन्दन। हिमपर्वत हिमराज हिमालय, औषधि भंडारण का आलय।। ज...
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अब देश के विभिन्न राज्यों के ICSE के छात्र पढ़ सकेंगे डॉ०कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव ' की रचनाएं कालपी (जालौन, उ. प्र.) शिक्षा मंत्रालय...
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जबसे मानव सभ्यता का विकास हुआ है। तब से ही जीविकोपार्जन के लिए कुटीर उद्योग धंधों का विशेष योगदान रहा है। पारिवारिक सहयोग के माध्यम से व...
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उस सरकारी अधिकारी समेत नौ लोगों पर भी मुकदमे की तैयारी चल रही थी। मामला गंभीर होने के साथ, सरकारी विभाग का था । इसमें समाज कल्याण विभा...
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शिक्षक की प्रभावशीलता— प्रभावशीलता के संदर्भ में शिक्षण कार्य अधिगमकर्ता की सहभागिता और अन्य घटकों के साथ-साथ इस बात पर निर्भर करती है...
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नीम, कुरकुमालौंगा, लहसुन, अदरक, अंगूर, मेथी, करेला, अनार, शतावरी, मुंगना (सहजन), उलटकंबल, श्योनाक इत्यादि अनेक ऐसे पौधे हैं जिनके ...
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नहीं वह सम्मुख अचरज की न बात मेरी व्यथा से है विमुख मन पर कुठाराघात| मेरी व्यथा का रहा न भान भूल गए मेरा त्याग बलिदान सारी कामनाएं अधोगति...
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हिंदू कहते मुस्लिम हूं मैं मुस्लिम कहते हिंदू हूं मैं धर्म की रस्साकसी में बारंबार लोग पुछते कौन हूं मैं। कभी मंदिर जाकर चंदन ...