नरेन्द्र कुमार शर्मा
दो तन एक मन

दो तन एक मन

वृन्दावन कुंज को छौंड़ि के जब,  श्याम चले श्री मथुरा धामा।  कंस के वध कौ समय अब आयो,  अक्रूर के संग चले दाऊ श्यामा।।  आ…

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