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मुकेश कुमार ऋषि वर्मा लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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सुख की ओर

अप्रैल 11, 2024
     जीवन सुख- दु:ख का संगम है । आज सुख है तो कल निश्चित ही दुःख आयेगा । ये प्रकृति का नियम है । रात -दिन, सुबह -शाम, स्त्री -पुरुष, धूप -छा...

प्रिय

अप्रैल 19, 2022
    कदम्ब की डाल बैठ पपीहा कूक रहा आया वसन्त भॅंवरों का मन डोल रहा   रंग-बिरंगी तितलियों की मुस्कान मनोहर फूलों का चुरा पराग मधुरुपी...

पहला प्यार

जनवरी 10, 2022
वो पहला प्यार ऑंखों में खुमार । बस ! एक झलक पाने को तरसती निगाहें धड़कता दिल...   गुलाबी गाल होंठ सुर्ख लाल । मीठी मुस्कान ...

अरुणिता के फ्लिपबुक संस्करण

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