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वह चली गयी

अप्रैल 28, 2023
        वह निश्चेतन अवस्था में, बिना किसी हरकत के, आँख बंद किए सोई सी पड़ी थी। बालों में कयी दिनों से कंघी नहीं की गई थी। कभी - मैं अपनी उंग...

उड़ता पक्षी

अक्तूबर 26, 2022
यह जीवन है उड़ता पक्षी, न जाने किस डाल पर बैठेगा, उड़ेगा चुग्गा लेकर फिर, न जाने कहाँ शाम बिताएगा!   कोई पंक्षी गगनांचल में, कोई...

इच्छा-पूर्ति

अक्तूबर 26, 2022
         निर्मल आकाश, नीले आकाश में यदा - कदा बादल, और आषाढ़ का महीना। चलती पूर्वी हवा जो बदन का अंग - अंग पीड़ा देरहा था। धरती के कटे पेड़...

अरुणिता के फ्लिपबुक संस्करण

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