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वृक्ष की वेदना

अप्रैल 11, 2024
कई दिनों से युवा वृक्ष की आम दिनों की भांति व्यवहारिकता को सामान्य न देखकर प्रौढ़ वृक्ष ने युवा वृक्ष से पूछा, क्या बात है प्रियवर, मैं देख ...

तुम बिन जग सूना है

अक्तूबर 05, 2023
  तुम बिन जग सूना-सूना है" बुजुर्ग दीनानाथ आँखों से बार बार बहते आँसुओं को चुपके से गमछे से पोछ लेते और ऐसा करते हुए वह दाएं बाएं धीरे ...

शेरू

अप्रैल 28, 2023
       शेरू जो कभी किसी अंजान व्यक्ति को अपने बूढ़े मालिक की घर के बाहर बनी कोठरी के पास देखता था तो भौंक भौंक कर डरा कर वहाँ से उसको जाने को...

अरुणिता के फ्लिपबुक संस्करण

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