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उसने ना कहा था

अक्तूबर 26, 2022
  जला दिए पंख उसके, कुचल दिया सपनों को। क्या खुश हो गया तू, रुला उसके अपनों को।   वो तो चली गई, क्या तू खुश रह पाएगा? तोड़कर ए...

उड़ान

जुलाई 10, 2022
सुनो! तुम उड़ जाओ आसमां को छू जाओ। न रहो तुम पिंजरे में अपनी राह चली जाओ।     जा रही हो अकेली       डर तो न जाओगी? इतने बड़े आ...

मैं एक नारी हूँ

जुलाई 10, 2022
  एहसास भी हैं, जज़्बात भी हैं। मेरे दिल में ख्वाहिशें बेहिसाब भी हैं।   न खेलो मुझसे मैं एक नारी हूँ। इस संसार को मैं जन्म द...

अरुणिता के फ्लिपबुक संस्करण

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