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तरुवर

मई 13, 2021
      अवनी के अस्तित्व में आकर, जीवन-वायु उपहार दान कर, शपथ परोपकार का धर कर, स्थित हूँ अविचल मैं तरुवर।               कहीं नभचुम्ब...

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