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ख्वाहिश

जनवरी 10, 2022
  1. बूढ़े शज़र को पानी तो मिले। जीने को जिंदगानी तो मिले।   भूखे को रोटी   मयस्सर नहीं, उनको   दाना   पानी तो मिले।   चेहरे  ...

चेहरे की रंगत

सितंबर 22, 2021
  तेरी   ख़ामोशी   जान   की दुश्मन हुई। राज ए दिल छुपाने की चिलमन हुई।   चेहरे   की   रंगत   में,चांद नज़र आए, तेरी    मुस्कुराहटों ...

माँ

सितंबर 22, 2021
  बेजुबां   की   मुसल्लत, जुबां होती हैं। इस   जहां   में एक औरत मां होती हैं।   बेहिस्सो हरकत में बन हिफाज़ते जां, सरीय तासीर की बु...

नैनी

सितंबर 21, 2021
                  पिछले कुछ दिनों से रवि को परेशान देख श्रुति को बड़ी चिंता हो रही थी। वह रोज देख रही थी कि मोबाईल पर एक कॉल आते ही रवि उठ क...

अरुणिता के फ्लिपबुक संस्करण

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