
प्रजा वत्सला रानी
अहिल्या बाई होल्कर परहित को अपना काम मानकर जो लोग समाज में काम करते हैं , वह इस नश्वर शरीर के मिट जाने के बाद भी लोगों …
अहिल्या बाई होल्कर परहित को अपना काम मानकर जो लोग समाज में काम करते हैं , वह इस नश्वर शरीर के मिट जाने के बाद भी लोगों …
परतंत्रता उस बेबसी का वह नाम है जिसमें परतंत्र जीव के मन, आचार, विचार, व्यवहार, शिक्षा और संस्कृति पर कुठाराघात होता है…
(18 नवम्बर ) जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी। जो शहीद हुए हैं उन…
जीतेन्द्र सिंह : कीर्ति चक्र एक सैनिक अपनी मातृभूमि के लिए सदैव अपना सर्वस्व बलिदान करने के लिए तैयार रहता है चाह…
ब्रिगेडियर अमरिंदर सिंह कसाना, वीर चक्र 1999 का युद्ध (ऑपरेशन विजय) आजादी के 52 साल बाद लड़ा गया था। भ…
मां और मातृभूमि दो ऐसे संबंधात्मक शब्द हैं जिनका नाम लेते ही श्रद्धा और आदर से सिर झुक जाता है, इनका जितना वंदन तथ…
लांसनायक दृग पाल सिंह राठौर का जन्म 23 दिसम्बर 1945 को वीरों की धरती जनपद शाहजहांपुर के गाँव नौगवां में हु…
1965 के युद्ध के दौरान 8 गढ़वाल राइफल्स, 1 बख्तरबंद डिवीजन की 43 लॉरीड ब्रिगेड का हिस्सा थी और उसका नेतृत्व कर रहे…
सन् 1999 में कारगिल की गगनचुंबी पहाड़ियों और माइनस जीरो डिग्री के नीचे तापमान में लडा गया वह युद्ध जो क…