सपनो का मै सौदागर
सपने लेकर आया हूँ ।
कुछ सपने तो सच्चे है
कुछ सपने झूठे सपने है ।।
कुछ सपनो को हम है पाते
कुछ सपने है आते जाते ।
कुछ सपने हमको भटकाते
कुछ सपने है राह दिखाते ।।
कुछ सपनो ने लिखी कहानी
कुछ सपनो मे गई जवानी ।
कुछ सपने तो इतने सुन्दर
मै उनकी हो गई दीवानी ।।
बोलो सपने कौन खरीदोगे
झूठे सपने या सच्चे सपने ।
बिन मोल भाव के बेच रहा हूँ
यारे न्यारे अच्छे सपने ।।
उत्तम कुमार तिवारी 'उत्तम'
लखनऊ, उत्तर प्रदेश