गोपाला को भज ले रे प्यारे,
पावन कार्तिक मास है आया,
सुबह-सुबह तारों की छांव उठकर,
घर सकेर कर स्नान है करना।
गोपाला को भज ले रे प्यारे,
नित पतवारी, तुलसी, शालिग्राम,
अपनी इष्ट देव की पूजा करना,
उसके बाद ही काम कोई दूजा करना।
करवाचौथ,ओईअष्टमी,
दीयो से सजी दीवाली,
गोवर्धन पूजा, भाईदूज, गोपाष्टमी,
तुलसी शालिग्राम का एकादशी विवाह।
पवित्र त्योहारो से सजा हुआ,
पावन कार्तिक मास है आया,
माताएं बहनें छोटे बड़े बच्चे बूढ़े,
सभी प्यार से खुशियां मनाते।
दीपदान होता है अति शुभकर,
पंचभीगी में पंचदिवसीय व्रत,
पूर्ण होता जब कार्तिक मास,
श्रद्धा अनुसार करते है दान।
जब पूर्ण हो जाता कार्तिक मास
बत्तीस मोदको का भोग लगाते,
सबसे पहले छुटक बिनाक को देते,
प्रभु कृपा से सुख समृद्धि पाते।
गोपाल को भज ले रे प्यारे,
पावन कार्तिक मास है आया।
नीतू रवि गर्ग
चरथावल, मुजफ्फरनगर
उत्तर प्रदेश

