अपनी हस्ती का हलचल लिए
कर आए तूफान का सामना|
उनके ऊंचे ऊंचे शीश महल
कर ना सके मेरे मकान का सामना|
लश्कर उसके वही देर हो गए
कर ना सके मेरी आन का सामना|
शान-ओ-शौकत उनकी जग जाहिर
ही सही
कर ना सके मेरी शान का सामना|
परेशान करना उनकी फितरत ही सही
कर ना सके वह मुझ परेशान का सामना|
मंजिल कैसे छूट जाएगी उनसे
जो कर ले हर इम्तिहान का सामना|
राजीव कुमार
बांका. बिहार