देश और दुनिया को दहला गया
भीषण हवाई जहाज दुर्घटना ।
पहली बार घटी देश में
ऐसी हवाई जहाज दुर्घटना।
जाने वाले नहीं जा पाए लंदन
मौत ले गई सबको अपने घर।
सबके घर में कोहराम मच गया
उजड़ गया कितनों का घर।
मलबे में लासों की लग गई भारी ढेर
बिछड़ गए सब अपनों से कैसा समय का फेर।
रो रो कर सबकी आंखें हो गई लाल
होनी को अनहोनी में जरा लगा ना देर।
देश के किसी मंत्री नेता ने
अब तक नहीं ली जिम्मेदारी।
हर कोई कह रहा है
इसमे क्या दोष हमारी।
लगता है यह घटना किसी साजिश का रुप है
कौन कौन सामिल है इसमे पता कैसे चल पाए।
अब तो मरने वालों का घर उजड़ गया है
भाई
कोई पत्नी बेटों से कोई भाई से बिछड़ भाई ।
बद्री प्रसाद वर्मा अनजान
गल्ला मंडी गोलाबाजार 273408
गोरखपुर उ. प्र.