छू हृदय के तार

अरुणिता
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छेड़ दी कैसी यह तुमने,

है मधुर झंकार,

छू हृदय के तार प्रियवर,

छू हृदय के तार।

 

मेरी जीवन वीणा पर,

मधु राग को झंकृत किया,

बज उठे नूपुर सभी

सुर ताल से अलंकृत किया,

गा रही धड़कन भी मेरी,

राग अब  मल्हार,

छू हृदय के तार प्रियवर,

छू हृदय के तार।

 

श्वांसे मेरी करती हर पल,

प्रिय का अभिनंदन,

स्नेह भर झिलमिल जला,

दीप सा मेरा ये मन,

प्रिय के पथ में बिछा दूं,

पुष्प हरसिंगार,

छू हृदय के तार प्रियवर,

छू हृदय के तार ।

 

छेड़ दी कैसी यह तुमने,

है मधुर झंकार,

छू हृदय के तार प्रियवर,

छू हृदय के तार।

 

 डॉ मीनाक्षी गंगवार

प्रधानाचार्या

राजकीय बालिका हाई स्कूल सोहरामऊ

उन्नाव, उत्तर प्रदेश  

 

 

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